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एक बहेतर Leader कैसे बना जाता है? | how to be a Leader ? | Best leadership hindi motivational blog

हम एक दिन में करीबन 16000 words बोलते हैं, सोचिए, हमारे दिमाग में कितने thoughts चल रहे होंगे।

उनमें से ज़्यादातर हमें पता ही नहीं होता, लेकिन ये सब हमारी memory से जुड़ा हैं, जिनमे से कुछ positive और helpful thoughts भी होते है।


difficult thoughts and feelings का हमारे काम में कोई महत्व नहीं है:

high level officers और विशेष रूप से जो leadership handle करते है उनको या तो एक दम खुले विचारो वाला होना चाहिए; means अगर आप एक अच्छे leader बनना चाहते हो तो अपने अंदर आत्मविश्वास को बढ़ाना चाहिए और अपने अंदर positivity को increase करना बेहद ज़रूरी है।


दुनिया भर में कई कंपनियों में,उनके leaders ने ठोकर खाई, लेकिन ऐसा होने का कारण क्या है? क्या कभी सोचा है, कि ऐसा क्यों होता है? क्योंकि ऐसे leaders के पास positive थिंकिंग और best feeling purpose नहीं होता। वे हमेशा व्यक्ति से ज़्यादा wealth को अहमियत देते थे, आमतौर पर, अपने समर्थकों के कहने पर, वो खुदके विचारों को बढ़ावा नहीं देते। और अपने employees या अपनी team के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए जो value देनी चाहए वह value नहीं देते, और उनसे दुरी बनाए रहने की कोशिश करते रहेते है। ऐसे मामले में, वो अपने आसपास की बेतुकी बकबक पर बहुत ज़्यादा ध्यान दे रहे होते हैं और खुदके और खुदकी team के लिए सही क्या है वह कभी समज ही नहीं पाते।


तो अब अगर इन सब चीज़ो से दूर रह कर एक बहेतर leader कैसे बना जाए?


सबसे पहले अपने mind और work pattern को पहचानें। अपना emotional intelligence बढ़ाए। emotional intelligence को बढ़ाने में पहला कदम यह है कि जब आप अपने विचारों और feelings से अगर भटक रहे हो तो उसे नोटिस करें। ऐसा identify करना मुश्किल है, लेकिन कुछ tips भी हैं, जिससे आप identify कर सकते हो। एक यह कि जब आपकी सोच तनाव वाली और awkward फीलिंग वाली हो जाती है। और दूसरा यह है कि कभी कभी आपके thoughts में आपकी पुरानी लगती का याद आना, जैसे कुछ अतीत के experience बार-बार दिखना।


अपने विचारों और feelings को अलग करके हर एक को observe करें। एक strategy जो आपकी स्थिति पर ज़्यादा अच्छे ढंग से विचार करने में आपकी मदद कर सकती है वह है आपकी thinking को अच्छे से observe कर उस पर काम करना। जिस तरह आप जो जैसा हो उसे बिलकुल वैसा ही कहते हैं, उसी तरह अपने विचारो के हिसाब से ही सही और गलत क्या है वह देख कर honesty से फैसले लेना सीखे। अगर आपके मन में कुछ ऐसे विचार आ रहे हो, जैसे की "मैं अपने काम में या घर पर जितना ज़रूरी हे उतना नहीं कर रहा हूँ", या फिर "कुछ तो हे जो सही नहीं हो रहा।", तो ऐसे विचारों को accept करे। अपने हर एक विचार पर काम नहीं करना या अपने आप को negativity में रख कर अपनी ज़िम्मेदारी से भागना आपके अस्तित्व को कुचल सकता है, इस लिए अगर बहेतर leader या boss बनना चाहते हो तो हर सही गलत चीजों को accept करे और फिर हर बार जो वाकही में सही हो वैसे ही निर्णय ले। अगर आप complications में हे तो 10 गहरी साँसें लें, और ध्यान दें कि इस समय क्या हो रहा है। इससे आपको राहत मिल सकती है, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि आप अच्छा महसूस करेंगे। लेकिन आप जैसा भी feel करेंगे वो आपकी reality होगी जिससे आप सही गलत चीज़ो को आसानी से observe कर पाओगे और उस हिसाब से अपनी team को manage करके एक अच्छे leader या अच्छे boss बन पाओगे।


“Effective leaders don’t buy into or try to suppress their inner experiences, instead, they develop emotional agility.”

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